क्रिकेटर रवि विश्नोई ने अपने घरेलू स्टेट राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन का साथ छोड़ गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन को जॉइन कर लिया है। इसके पीछे वजह है 5 महीने पहले हुआ रणजी टूर्नामेंट। इसमें 7 में से 6 मैचों में रवि को राजस्थान टीम की प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया। हालांकि इस मामले में रवि से जुड़े लोग नियमों का हवाला दे रहे हैं।
दो दिन पहले रवि ने गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन की जर्सी पहन सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर लिखा था- ‘नई शुरुआत’।
फोटो गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन जॉइन करने के बाद का है। रवि ने सेल्फी पोस्ट कर लिखा था- ‘नई शुरुआत’।
राजनीति की वजह से घरेलू क्रिकेट मैदान छोड़ दिया?
रवि के इस फैसले के बाद एक बार फिर से नया विवाद शुरू हो गया है। सूत्रों की मानें तो राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के सौतेले व्यवहार के कारण रवि ने राजस्थान का घरेलू क्रिकेट छोड़ दिया।
दरअसल, राजस्थान के रणजी मैचों में 7 में से रवि को सिर्फ एक मैच में मौका दिया। उसमें भी कुछ ही ओवर दिए गए। लास्ट मैच में रवि जैसा स्पिनर होने के बावजूद टीम के बाहर से स्पिनर को बुलवा कर मैदान में उतारा गया।
सूत्रों के अनुसार यह भी सामने आया है कि मैनेजर पर रवि को पहले ही बाहर कर टीम बनाने का दबाव भी बनाया जाता था। इन सबसे आहत होकर रवि ने स्टेट ही बदल दिया।
ये फोटो रवि ने करीब 20 घंटे पहले अपने इंस्टा पेज पर शेयर किया था। इस पर लिखा था-अहमदाबाद में एक अच्छी चाय की तलाश।
रणजी में मौका नहीं मिलने से गुजरात में जाने का मन बनाया
आरसीए के जॉइंट सेक्रेटरी राजेश बधाना का कहना है कि मेरी रवि से बात हुई थी। तब उसने यह बोला कि वह गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन जॉइन करने का पहले से ही मन बना चुका था। उन्होंने कहा कि रणजी में खेलने का मौका नहीं मिलने की वजह से उसने यह निर्णय लिया।
बधाना ने बताया कि रवि राजस्थान से टी-20 और वनडे खेला है। लेकिन, रणजी में उसे मौका नहीं मिल पाया क्योंकि हमारे पास दो लेग स्पिनर थे। इसमें मानव सुथार अच्छा खेल रहा था और राहुल चाहर भी अच्छा स्पिनर है। तीन स्पिनर में एक को सफर करना ही पड़ता है और खिलाड़ी को खेलने देने का फैसला कोच व कप्तान पर होता है।
इसमें एसोसिएशन का कोई रोल नहीं होता। रवि ने यह भी बोला है कि वह आरपीएल खेलेगा, अगर उसे अलाउ किया तो। उन्होंने कहा- ऐसा नहीं है कि रवि नाराज होकर गया हो।
फोटो अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान का है। इसी से रवि सभी की नजरों में आए थे।
अंडर-19 वर्ल्ड कप से आए चर्चा में
अंडर-19 विश्व कप 2020 में सबसे अधिक विकेट लेकर रवि ने सभी का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया था। उसके बाद से रवि ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। आईपीएल में रवि लखनऊ सुपर जायंट्स टीम के सदस्य हैं। लखनऊ ने 2022 में रवि को 4 करोड़ रुपए में खरीदा था। इससे पहले रवि दो साल पंजाब किंग्स से खेल चुके हैं।
रवि का जर्सी नंबर 56 है। इसके पीछे उनका इमोशनल कनेक्शन है। रवि का जन्मदिन 5 दिसम्बर और उनके पिता का 6 जून का आता है। रवि ने ये दोनों नंबर मिलाकर 56 नंबर अपनी जर्सी के लिए चुना।
जर्सी पर उनका नाम RM BISHNOI लिखा हुआ है। R का मतलब रवि और M का मतलब मांगीलाल है, जो उनके पिता का नाम है।
फोटो 5 महीने पहले जोधपुर के बरकतुल्लाह खान स्टेडियम में रणजी टूर्नामेंट मैच का है। इसी मैच से ये विवाद हुआ था।
17 विकेट लेकर सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज का खिताब मिला
रवि 2020 से 2021 तक आईपीएल में पंजाब किंग्स के लिए खेले थे। जबकि 2022 के आईपीएल से पहले उन्हें रिलीज किया गया। आईपीएल 2022 में उन्होंने लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए 16 विकेट लिए थे।
अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप 2020 में रवि भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे। 17 विकेट लेने पर रवि को सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज का खिताब मिला था।
इस प्रदर्शन से रवि का सितारा बुलंद हुआ और इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) किंग्स इलेवन पंजाब ने रवि को अपनी टीम का हिस्सा बनाया।
बता दें कि जब वर्ष 2019 में राजस्थान की U-19 क्रिकेट टीम में चयन के लिए ट्रायल्स चल रहे थे तो रवि भी U-19 क्रिकेट टीम राजस्थान में चयन के सपने के साथ जयपुर आए, लेकिन बदकिस्मती से उनका चयन नहीं हुआ।
2016 में घर ‘मन्नत’ बनाया, 2017 में अंडर-14 में सिलेक्शन
जोधपुर में उनका घर आरटीओ कॉलोनी में है। रवि की बहन अनीता ने बताया कि 2016 में पुराना मकान बेच इसे बनाया था। तभी से रवि आगे बढ़ता जा रहा है। इस घर में शिफ्ट होने के बाद 2017 में अंडर-14 में सिलेक्शन हुआ। इसके बाद 2020 से 2021 तक आईपीएल में पंजाब किंग्स से खेले थे। 2022 में लखनऊ सुपर जायंट्स ने 4 करोड़ में ड्राफ्ट किया। 16 फरवरी 2022 को वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 सीरीज के पहले मैच में इंटरनेशनल डेब्यू किया और 4 ओवर में 17 रन देकर 2 विकेट लिए। इस मैच में प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया। रवि 10 टी-20 इंटरनेशनल और एक वनडे मैच खेल चुके हैं।
Source: ln.run/B1SR_