अकाउंट में पैसे नहीं, फिर भी कर सकेंगे पेमेंट:UPI पर क्रेडिट लाइन सर्विस शुरू, ऑफलाइन UPI पेमेंट का ऑप्शन भी मिलेगा

UPI

अब आपके अकाउंट में पैसे नहीं होने पर भी आप अपने मोबाइल फोन के जरिए पेमेंट कर सकेंगे। इसके लिए नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने (NPCI) बुधवार को यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) से क्रेडिट लाइन लिंक करने की सर्विस ‘क्रेडिट लाइन ऑन UPI’ शुरू कर दी है।

इसके साथ ही अलग-अलग पेमेंट मोड भी लॉन्च किए गए हैं। इसमें बोलकर पेमेंट करने के लिए ‘हलो UPI’ और फीचर फोन के जरिए ऑफलाइन पेमेंट करने के लिए ‘UPI लाइटएक्स’ शामिल हैं। इसके अलावा बिलपे कनेक्ट और UPI टैप एंड पे कन्वर्सेशनल पेमेंट सर्विस भी शुरू की गई हैं।

इस मौके पर इंफोसिस चेअरमैन और NCPI एडवाइजर नंदन नीलेकणि, आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास और NPCI चेयरमैन विश्वमोहन महापात्रा मौजूद थे। इन अलग-अलग पेमेंट मोड के जरिए NPCI का टारगेट हर महीने 100 बिलियन ट्रांजेक्शन हासिल करना है।

क्रेडिट लाइन ऑन UPI क्या है
क्रेडिट लाइन ऑन UPI सर्विस की घोषणा इस साल अप्रैल में की गई थी। यह एक तरह का डिजिटल क्रेडिट कार्ड है, जो प्री-अप्रूव्ड लोन की तरह काम करता है। इसमें क्रेडिट कार्ड की तरह ही कस्टमर को खर्च करने के लिए अमाउंट की एक लिमिट दी जाएगी। इसके लिए पहले बैंक में अप्लाई करना पड़ेगा। बैंक से अप्रूवल मिलने के बाद आपके अकाउंट में पैसे हो या न हो आप UPI से पेमेंट कर पाएंगे।

मान लीजिए आपने अपने बैंक से 10 हजार रुपए की क्रेडिट लाइन अप्रूव करा ली। इसके बाद आप 10 हजार रुपए तक UPI पेमेंट से खर्च कर सकेंगे। आप जितना अमाउंट खर्च करेंगे, बैंक आपसे उतने का ही ब्याज लेगा। यह फिलहाल कुछ सार्वजनिक क्षेत्र और निजी क्षेत्र के बैंकों के साथ लाइव है। जिन भुगतान ऐप्स पर यह लाइव है, उनमें BHIM, Paytm, PayZapp और G Pay शामिल हैं।

ग्राहकों को कैसे होगा फायदा?

  • ग्राहकों को अलग-अलग कार्ड कैरी नहीं करना पड़ेगा। अपने मोबाइल से ही यूपीआई के जरिए पेमेंट कर सकेंगे।
  • समय की बचत होगी। क्रेडिट कार्ड बनने में थोड़ा समय लगता है। क्रेडिट लाइन अप्रूवल के बाद तुरंत मिल जाएगी।
  • पॉइंट-ऑफ-परचेज क्रेडिट एक्सपीरियंस सीमलेस हो जाएगा। ये BNPL सेक्टर में ट्रांसफॉरमेशनल ग्रोथ ला सकता है।

2016 में हुई UPI की शुरुआत
2016 में UPI की लॉन्चिंग के साथ ही डिजिटल पेमेंट की दुनिया में एक क्रांति आ गई। UPI ने सीधे बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा दी। इससे पहले डिजिटल वॉलेट का चलन था। वॉलेट में KYC जैसी झंझट है, जबकि UPI में ऐसा कुछ नहीं करना पड़ता। पेनाऊ सिंगापुर में एसोसिएशन ऑफ बैंक्स द्वारा विकसित UPI की तरह का ही एक पेमेंट सिस्टम है।

भारत में RTGS और NEFT पेमेंट सिस्टम का ऑपरेशन RBI के पास है। IMPS, RuPay, UPI, जैसे सिस्टम को नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ऑपरेट करती हैं।

UPI से जुड़ी खास बातें

  • UPI सिस्‍टम रियल टाइम फंड ट्रांसफर करता है। एक एप्लीकेशन में कई बैंक अकाउंट लिंक किए जा सकते हैं।
  • किसी को पैसा भेजने के लिए आपको सिर्फ उसके मोबाइल नंबर, अकाउंट नंबर या UPI आईडी की जरूरत पड़ती है।
  • UPI को IMPS के मॉडल पर डेवलप किया गया है। इसलिए UPI ऐप के जरिए आप 24×7 बैंकिंग कर सकते हैं।
  • UPI से ऑनलाइन शॉपिंग करने के लिए ओटीपी, सीवीवी कोड, कार्ड नंबर, एक्‍सपायरी डेट आदि की जरूरत नहीं होती।

Source: rb.gy/6b09l

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