भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) इंडियन प्लेयर्स के विदेशी लीग में खेलने पर नए नियम लागू कर सकता है। ऐसा होने पर खिलाड़ी रिटायर होने के ठीक बाद दूसरे देशों की फ्रेंचाइजी लीग नहीं खेल सकेंगे, उन्हें BCCI से नो-ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) लेना पड़ेगा। साथ ही उन्हें रिटायरमेंट के बाद कुछ महीनों या साल का कूलिंग ऑफ पीरियड भी सर्व करना पड़ सकता है।
7 जुलाई को BCCI की एपेक्स काउंसिल मीटिंग होगी। मीटिंग में रिटायर खिलाड़ियों के नियमों का मुद्दा होगा। इसके साथ ही सैयद मुश्ताक अली टी-20 टूर्नामेंट में इम्पैक्ट प्लेयर रूल पर भी चर्चा होगी।
खिलाड़ियों को BCCI से परमिशन लेनी पड़ सकती है
इंटरनेशनल और घरेलू क्रिकेट से रिटायर हो चुके भारतीय खिलाड़ी पिछले दिनों UAE की इंटरनेशनल लीग टी-20 में खेलते नजर आए। 14 जुलाई से अमेरिका की मेजर लीग भी शुरू हो रही है। ऐसे में रिटायर हो चुके खिलाड़ियों को इन लीग्स में खेलने के लिए BCCI से परमिशन लेनी पड़ सकती है।
अगर खिलाड़ियों ने BCCI से NOC सर्टिफिकेट नहीं लिया तो उन्हें फ्यूचर में भारतीय क्रिकेट के किसी भी सेक्शन का हिस्सा बनने में दिक्कतें होंगी।
अंबाती रायडु रिटायरमेंट के 45 दिन बाद अमेरिकी लीग खेलेंगे
टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी अंबाती रायडु ने IPL का पिछला सीजन खेलने के बाद भारत में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया। संन्यास के एक महीने बाद ही उन्होंने अमेरिका की मेजर लीग टी-20 खेलने के लिए नाम दे दिया। वह CSK की फ्रेंचाइजी टेक्सास सुपर किंग्स से खेलते नजर आएंगे, फ्रेंचाइजी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर इसे कन्फर्म किया।
अमेरिका की मेजर लीग 14 जुलाई से शुरू होगी, रायडु ने 30 मई को आखिरी IPL मैच खेला। ऐसे में वह रिटायरमेंट के 45 दिन बाद ही विदेशी लीग का हिस्सा बन जाएंगे।
अंबाती रायडु 14 जुलाई से अमेरिका की मेजर लीग टी-20 खेलते नजर आएंगे।
कूलिंग ऑफ पीरियड ला सकता है BCCI
रायडु के अलावा युसुफ पठान और रॉबिन उथप्पा पिछले दिनों UAE की इंटरनेशनल लीग टी-20 में भी खेलते नजर आए। उथप्पा भी IPL से रिटायर होने के ठीक बाद UAE लीग खेलने पहुंच गए थे। ऐसे में BCCI खिलाड़ियों के लिए कूलिंग ऑफ पीरियड का नियम भी ला सकता है। जिसके तहत खिलाड़ी रिटायर होने के कुछ महीनों या साल बाद ही विदेशी लीग खेल सकेंगे।
इम्पैक्ट प्लेयर रूल भी मुद्दा
7 जुलाई की मीटिंग में BCCI सैय्यद मुश्ताक अली टी-20 ट्रॉफी (SMAT) में इम्पैक्ट प्लेयर रूल पर भी विचार करेगा। SMAT में इम्पैक्ट प्लेयर नियम IPL से पहले लागू किया गया, लेकिन दोनों एक जैसे नहीं हैं। SMAT में टीमें दोनों पारियों में 16वें ओवर से पहले तक ही इम्पैक्ट प्लेयर ला सकती हैं, जबकि IPL में किसी भी वक्त नियम का इस्तेमाल कर सकते हैं।
SMAT में दोनों टीमों के कप्तान टॉस के बाद 12 खिलाड़ियों के नाम ही दे सकते हैं। इनमें से 11 प्लेइंग-11 का हिस्सा रहते, जबकि 12वां खिलाड़ी ही प्लेइंग-11 में शामिल खिलाड़ी को रिप्लेस कर सकता था। जबकि IPL में टीमें सब्स्टिट्यूट खिलाड़ियों के रूप में 4 खिलाड़ियों का नाम देती हैं, उनमें से किसी भी प्लेयर को मैच के दौरान रिप्लेस कर दिया जाता है।
BCCI की मीटिंग में नए नियमों पर मुहर लगा सकती है। जिसके बाद अक्टूबर-नवंबर के दौरान होने वाले घरेलू टी-20 टूर्नामेंट में नए नियमों का ही पालन होगा।
समझें IPL का इम्पैक्ट प्लेयर नियम…
एशियाड में टीम भेजने पर भी चर्चा होगी
7 जुलाई की मीटिंग में BCCI कमिटी मेंबर्स एशियन गेम्स में टीमें भेजने पर भी विचार करेंगे। एशियन गेम्स 27 सितंबर से 8 अक्टूबर तक चीन के होंगझू में होंगे। इस दौरान भारत में वर्ल्ड कप खेला जाएगा, जिसे देखते हुए टीम इंडिया पुरुषों की बी टीम को एशियन गेम्स में भेज सकती है। वहीं महिला टीम भी एशियन गेम्स का हिस्सा हो सकती है।
मीटिंग में ये भी मुद्दा
रिटायर खिलाड़ियों की NOC, इम्पैक्ट प्लेयर रूल और एशियन गेम्स के अलावा BCCI की एपेक्स काउंसिल मीटिंग में टीम इंडिया के लीड स्पॉन्सर, प्लेयर कॉन्ट्रैक्ट, वर्ल्ड कप का टूर पैकेज और स्टेडियम रिनोवेशन के मुद्दों पर भी चर्चा होगी।
Source: ln.run/EqLnz