रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़े जाने के डर से एक पटवारी पांच-पांच सौ रुपए के 9 नोट मुंह में डालकर चबा गया। उसके मुंह से रुपए निकलवाने के लिए उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टर ने पटवारी से उल्टी करवाने की कोशिश की, लेकिन उसने उल्टी नहीं की।
ये अनोखा मामला कटनी का है। लोकायुक्त इंस्पेक्टर कमल सिंह उइके ने बताया कि बड़खेड़ा गांव निवासी चंदन सिंह लोधी ने जबलपुर लोकायुक्त कार्यालय में 10 जुलाई को शिकायत की थी। उसने बताया कि उसके दादा की गांव में जमीन है। जिसका सीमांकन कराना है। सीमांकन करने के बदले में पटवारी गजेन्द्र सिंह पांच हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है।
रिश्वत के नोट चबाने के बाद उन्हें उगलवाने के लिए पटवारी से अस्पताल में उल्टी कराने की कोशिश की गई। लेकिन उसने उल्टी नहीं की।
पटवारी को पकड़ने लोकायुक्त ने बिछाया जाल
शिकायत के बाद लोकायुक्त की टीम ने पटवारी को रंगेहाथ पकड़ने की योजना बनाई। जिसके मुताबिक सोमवार को लोकायुक्त की टीम कटनी पहुंची। यहां आवेदक चंदन सिंह लोधी ने पटवारी को रिश्वत देने के लिए बुलाया। उसे पांच-पांच सौ रुपए के 9 नोट दिए। जैसे ही पटवारी ने रुपए लिए तभी लोकायुक्त की टीम वहां पर पहुंच गई।
पटवारी ने लोकायुक्त की टीम को देखते ही रिश्वत के रुपए मुंह में डाल लिए और नोटों को चबाना शुरू कर दिया। जिसके चलते लोकायुक्त की टीम उसे रुपए लेते रंगेहाथ नहीं पकड़ पाई। हालांकि लोकायुक्त ने नोटों के कुछ टुकड़े जब्त कर लिए हैं। साथ ही पटवारी गजेन्द्र सिंह के खिलाफ रिश्वत लेने की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
कायुक्त पुलिस ने रिश्वत के रुपए चबाए जाने की जानकारी कोतवाली पुलिस को भी दी है। इधर रुपए उगलवाने के लिए पटवारी को जिला अस्पताल ले जाया गया। उससे उल्टी करवाने की कोशिश की गई। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। हालांकि चबाने के बाद उगले हुए नोटों के टुकड़ों को लोकायुक्त ने जब्त किया है। इसके अलावा दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं।
पटवारी ने जमीन के सीमांकन के लिए रिश्वत मांगी थी। जिस पर फरियादी ने लोकायुक्त में शिकायत कर दी थी।
Source: ln.run/2mAEV