भारत में तेजी से बढ़ते पर्सनल लोन पर सरकार ने चिंता जताई है। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि बैंकों और नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों (NBFCs) की पर्सनल लोन के कुछ कॉम्पोनेंट्स में बहुत तेज ग्रोथ देखी जा रही है।
उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक इस पर नजर रख रहा है। सरकार के इस बयान के बाद अब लोगों के लिए पर्सनल लोन लेना आसान नहीं रह जाएगा। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास आज मॉनेटरी पॉलिसी की मीटिंग में लिए गए फैसलों की जानकारी दे रहे थे।
इस दौरान उन्होंने बैंकों और NBFC’s को तेज और आसान पर्सनल लोन देते समय नियमों का कड़ाई से पालन करने और इंटरनल सर्विलांस मैकेनिज्म को मजबूत करने को कहा है। उन्होंने बैंकों से किसी भी फॉल्ट को समय रहते निपटाने को भी कहा है।
सालाना आधार पर 30.8% की दर से बढ़ा पर्सनल लोन
अपनी लेटेस्ट सेक्टोरल ग्रोथ डेटा में सेंट्रल बैंक ने बताया कि भारत के बैंकों का लोन पोर्टफोलियो काफी तेजी से बढ़ रहा है। RBI ने बताया कि इस सेक्टर सालाना आधार पर 30.8% ग्रोथ हुआ है। यह आंकड़ा पिछले साल इसी समय 19.4% था।
4 महीने में करीब 7 लाख करोड़ बढ़ा लोन का पोर्टफोलियो
पिछले साल इस सेक्टर में जहां टोटल क्रेडिट 36.47 लाख करोड़ रुपए था, वह इस साल बढ़ कर 47.70 लाख करोड़ रुपए हो गया है। वहीं अगर इस साल अप्रैल से अगस्त की बात करें तो यह 40.85 लाख करोड़ से बढ़कर 47.70 लाख करोड़ हो गया है। यह ग्रोथ करीब 17% है।
Source: ln.run/qJV6d