आर्थिक संकट से जूझ रहे अनिल अंबानी से महाराष्ट्र सरकार 5 एयरपोर्ट वापस लेने की तैयारी कर रही है। राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने शुक्रवार को महाराष्ट्र विधानसभा में कहा कि सरकार जल्द अनिल अंबानी ग्रुप से लातूर, उस्मानाबाद, नांदेड़, यवतमाल और बारामती एयरपोर्ट वापस ले सकती है।
दरअसल, साल 2008-2009 में सरकार ने एयरपोर्ट के रखरखाव के लिए अनिल अंबानी की रिलायंस एयरपोर्ट डेवलपर्स लिमिडेट को सौंपा था। अब अंबानी की कंपनी न ही एयरपोर्ट का रखरखाव कर रही है और न ही बकाए पैसों का पेमेंट कर रही है।
रिलायंस एयरपोर्ट डेवलपर्स लिमिडेट ने इन सभी पांच एयरपोर्ट के लिए सबसे अधिक 63 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी।
अटॉर्नी-जनरल से कानूनी राय लेगी महाराष्ट्र सरकार
फडणवीस ने कहा कि, सरकार इस मामले में अटॉर्नी-जनरल से कानूनी राय लेगी कि रिलायंस एयरपोर्ट डेवलपर्स लिमिडेट से बकाए पैसों को कैसे वसूला सकती है। इसके साथ ही, क्या सरकार इसके बजाय एयरपोर्ट का नियंत्रण पूरी तरह से अपने हाथ में ले सकती है।
नांदेड़, लातूर एयरपोर्ट का काम रुका हुआ है
विधानसभा में बोलने के बाद फड़नवीस ने ट्वीट करके कहा, ‘नांदेड़, लातूर एयरपोर्ट का काम रुका हुआ है। जिस कंपनी को काम दिया गया था, उसने ड्यूज का पेमेंट नहीं किया है। AG (अटॉर्नी-जनरल) से राय ली जाएगी और हम इस काम में तेजी लाएंगे।’ इसके साथ ही उन्होंने उस ट्वीट में एयरपोर्ट से जुड़ी अन्य परियोजनाओं के बारे में जानकारी दी थी।
हाल ही में ED के सामने पेश हुए थे अनिल और टीना अंबानी
हाल ही में अनिल अंबानी और उनकी पत्नी टीना अंबानी विदेशी मुद्रा उल्लंघन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों के सामने हुए थे। अनिल और उनकी पत्नी पर विदेश में मौजूद संपत्ति को छिपाने और फंड के मूवमेंट का आरोप है।
एक समय भारत के तीसरे अमीर कारोबारी थे अनिल
फोर्ब्स इंडिया के अनुसार साल 2007 में अनिल की नेटवर्थ 45 बिलियन डॉलर थी। उस समय वो देश के तीसरे अमीर कारोबारी थे। इसके बाद उनका कर्ज बढ़ता गया और नेटवर्थ कम होती गई। साल 2020 में अनिल अंबानी ने यूके कोर्ट में कहा था कि इस समय उनकी नेटवर्थ जीरो है।
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