हिमाचल के कुल्लू-मनाली सहित अन्य क्षेत्रों में तीन दिन से फंसे हुए लगभग 25 हजार लोगों को आज सुरक्षित रेस्क्यू कर दिया गया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि स्पीति के सिस्सू में फंसे एक स्कूल के 52 बच्चों को भी आज सुरक्षित मनाली पहुंचाया गया। उन्होंने कहा कि मनाली-चंडीगढ़ मार्ग पर यातायात धीमा जरूर है। मगर, शाम 4 बजे तक लगभग 6552 वाहन कुल्लू को पार कर चंडीगढ़ की ओर जा चुके हैं।
CM ने दावा किया कि कसोल व आसपास के क्षेत्रों से भी आज जिला प्रशासन द्वारा लगभग 3000 लोगों को सुरक्षित निकाला है। उन्होंने कहा कि ढुंखड़ा के पास भारी भूस्खलन के कारण कसोल भुंतर सड़क अभी अवरुद्ध है। जिला प्रशासन मलबे को हटाने के लिए लगातार काम कर रहा है। इन क्षेत्रों में फंसे हुए लोगों को विभिन्न वाहनों में ढुंखड़ा लाकर भुंतर तक पहुंचाया जा रहा है।
किन्नर कैलाश ट्रैक से रेस्क्यू करते हुए पुलिस जवान
अटल टनल ओपन-CM
CM सुक्खू ने कहा कि जिभी-बंजार-औट से चंडीगढ़ की ओर जाने के लिए सड़क वाहनों के लिए खोल दी गई है। जिला प्रशासन को पर्यटकों और स्थानीय लोगों की शीघ्र निकासी के लिए कसोल, तीर्थन और सैंज सड़कों को साफ करने का निर्देश दिया गया है। यह सड़कें एक-दो दिनों के भीतर बहाल होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि राज्य में 100 से अधिक ट्रैकर्स को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
उन्होंने कहा कि अटल टनल वाहनों के आवाजाही के लिए खुली है। आज शाम 4 बजे तक 300 से अधिक वाहन इस सुरंग से निकलकर गैमन ब्रिज से मंडी की ओर भेजे जा चुके हैं। पर्यटक चंडीगढ़ जाने के लिए इस रास्ते का इस्तेमाल कर सकते हैं।
6000 पैकेट भोजन के वितरित किए
लोकल स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से रामशीला चौक के पास लोगों के लिए खाद्य सामग्री वितरण की व्यवस्था भी की गई है। उन्होंने कहा कि मनाली में लोगों को 6000 से अधिक भोजन के पैकेट वितरित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि चंद्रताल में स्थिति चुनौतीपूर्ण है लेकिन राज्य सरकार वहां विभिन्न कैम्पों में मौजूद सभी 293 लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित कर रही है।
चंद्रताल क्षेत्र से ताजा बर्फबारी के बाद का नजारा
चंद्रताल का रेस्क्यू बना चुनौती
रेस्क्यू में सबसे ज्यादा कठिनाई लाहौल स्पीति के चंद्रताल में आ रही है, क्योंकि यहां तीन फीट से ज्यादा ताजा बर्फ गिरी है। शाम के वक्त का तापमान माइनस 5 डिग्री तक गिर रहा है। दो दिनों के रेस्क्यू के दौरान प्रशासन ने लगभग 15 किलोमीटर सड़क से बर्फ हटा दी है, जबकि लगभग 20 किलोमीटर सड़क को अभी साफ करना बाकी है।
बताया जा रहा है कि मैसेंजर टीम बर्फ के ऊंचे पहाड़ होते हुए पैदल चलकर चंद्रताल गई है, ताकि बर्फ में फंसे लोगों तक संदेश पहुंचाया जा सके कि प्रशासन उन्हें निकालने की कोशिश कर रहा है। चंद्रताल में फंसे पर्यटकों में कुछ विदेशी पर्यटक व महिलाएं भी बताई जा रही हैं। सरकार का दावा है कि दूर-दराज के दुर्गम क्षेत्रों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए 6 हेलिकॉप्टर लगाए हैं।
बातल में भी टूरिस्ट फंसे होने की संभावना
स्पीति के बातल में भी काफी संख्या में टूरिस्ट फंसे होने की सूचना है। जिला प्रशासन ने यहां के लिए भी एक टीम भेजी है। CM सुखविंदर सुक्खू ने बताया कि बुजुर्ग व बीमार पर्यटकों को प्राथमिकता के आधार पर पहले रेस्क्यू किया जाएगा। आज दिनभर मौसम साफ रहा तो रेस्क्यू के काम में तेजी आएगी।
चंद्रताल से भुंतर एयरपोर्ट लाए गए पर्यटकों का स्वागत हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू।
भावा वैली से भी 46 लोग रेस्क्यू किए
किन्नौर जिला प्रशासन ने आज भावा वैली के कारा क्षेत्र में फंसे 18 ट्रैकरों सहित 46 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया। इन्हें पुलिस, NDRF, ITBP के बचाव दलों ने सुरक्षित निकाला है।
कुल्लू जिले में सबसे ज्यादा पर्यटक
पुलिस के अनुसार, अटल टनल के नॉर्थ पोर्टल और सरचू के बीच लगभग 800 टूरिस्ट, काजा में सात, उदयपुर व तांदी के बीच 15 से 20 वाहनों के साथ लगभग 60 लोग फंसे हुए हैं। कुल्लू जिले के ऊंचे क्षेत्रों में भी दर्जनों पर्यटक होटल, होम स्टे, टेंपरेरी टेंट या लोगों के घरों में फंसे हुए बताए जा रहे हैं।
मोबाइल नेटवर्क ठप होने तथा ब्लैक आउट की वजह से फोन बंद होने से इनके परिजन संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। सरकार की चिंता अब ट्राइबल एरिया में फंसे टूरिस्ट को लेकर है।
किन्नर कैलाश ट्रैक पर फंसे लोगों को रेस्क्यू करते हुए QRT के जवान
मणिमहेश में भी 200 से ज्यादा पर्यटक
चंबा के मणिमहेश में भी चार दिन 200 पर्यटक फंसे हुए हैं। सड़क की कनेक्टिविटी नहीं होने से इन्हें रेस्क्यू कर पाना मुश्किल है।
यहां मोबाइल नेटवर्क रिस्टोर
कुल्लू जिले के कई क्षेत्रों में आज मोबाइल नेटवर्क रिस्टोर कर दिया गया है। लाहौल स्पीति के सिस्सू में भी प्रशासन ने वाई-फाई, हॉट-स्पॉट का इंतजाम किया है, ताकि लोग फोन कॉल कर सकें। इसके बाद जगह-जगह फंसे हुए पर्यटक प्रशासन से संपर्क कर रहे हैं। लाहौल स्पीति के सिस्सू में वाई-फाई व हॉट स्पॉट का इंतजाम करते हुए IT टीम, ताकि फंसे हुए लोग प्रशासन को कॉल करके संपर्क कर सकें।
मोबाइल चार्ज करने को वाहनों की टंकियां फुल करवा रहे
कुल्लू और भुंतर में लोग अपने वाहनों की टंकियां फुल करवा रहे हैं। पेट्रोल पंपों पर वाहनों की लंबी-लंबी लाइनें दिनभर लगी रहीं, ताकि गाड़ी में मोबाइल फोन को चार्ज किया जा सके। इसलिए लोगों में दिनभर पेट्रोल डालने को होड़ लगी रही।
Source: ln.run/PhsSF