अनंतनाग में 48 घंटे से एनकाउंटर, एक और जवान शहीद:आतंकियों की तलाश में घेराबंदी, ड्रोन से सर्च ऑपरेशन; 3 आतंकियों के छिपे होने की सूचना

अनंतनाग

कश्मीर में अनंतनाग के गडूल कोकेरनाग में चौथे दिन शुक्रवार को भी आतंकियों से मुठभेड़ जारी है। गुरुवार को आतंकियों की गोली लगने से एक जवान घायल हो गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घायल जवान की मौत हो गई है। हालांकि, सेना ने इसकी पुष्टि नहीं की है।

दो से तीन आतंकी राजौरी तक फैले पीर पंजाल के घने जंगल में छिपे हैं। इनमें एक लश्कर-ए-तैय्यबा का कमांडर उजैर खान है। इन्हीं आतंकियों के हमले में बुधवार को सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धौंचक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के DSP हुमांयू भट शहीद हुए थे। सेना के कमांडोज, स्निफर डॉग्स, ड्रोन, हेलिकॉप्टर आतंकियों को खोज रहे हैं।

सैन्य अफसरों का कहना है कि आतंकियों को 4 किमी के दायरे में घेर लिया गया है। इन्हें कभी भी ढेर कर दिया जाएगा। आतंकियों ने मंगलवार को उस वक्त हमला किया था, जब सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस तलाशी अभियान चला रही थी।

कोकेरनाग के एनकाउंटर स्पॉट में सेना ने आतंकियों की लोकेशन का पता लगाने के लिए ड्रोन की मदद ली। सुरक्षाबलों ने आतंकियों को घेर रखा है।

कोकेरनाग के एनकाउंटर स्पॉट में सेना ने आतंकियों की लोकेशन का पता लगाने के लिए ड्रोन की मदद ली। सुरक्षाबलों ने आतंकियों को घेर रखा है।

कोकेरनाग में चल रहे एनकाउंटर स्पॉट में सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन जारी किया।

कोकेरनाग में चल रहे एनकाउंटर स्पॉट में सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन जारी किया।

यह आतंकी उजैर खान है जिसकी तस्वीर पुलिस ने जारी की है।

यह आतंकी उजैर खान है जिसकी तस्वीर पुलिस ने जारी की है।

कर्नल मनप्रीत और मेजर आशीष का आज होगा अंतिम संस्कार
मोहाली के रहने वाले कर्नल मनप्रीत का अंतिम संस्कार आज दोपहर तक किया जाएगा। वहीं पानीपत के मेजर आशीष धौंचक के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव बिंझौल ले जाया जा रहा है। यहीं उनका अंतिम संस्कार होगा।

जम्मू-कश्मीर पुलिस के शहीद DSP हुमांयू भट को गुरुवार को उनके पैतृक गांव बडगाम में सुपुर्द-ए-खाक किया गया था।

शहीद मेजर आशीष अंतिम सफर पर, विदाई देने उमड़े लोग; एक किलोमीटर लंबा काफिला

कर्नल मनप्रीत मोहाली के, मेजर आशीष पानीपत और DSP भट कश्मीर के बडगाम के रहने वाले थे। लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े प्रतिबंधित रेजिस्टेंट फ्रंट ने हमले की जिम्मेदारी ली है।

कर्नल मनप्रीत मोहाली के, मेजर आशीष पानीपत और DSP भट कश्मीर के बडगाम के रहने वाले थे। लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े प्रतिबंधित रेजिस्टेंट फ्रंट ने हमले की जिम्मेदारी ली है।

DSP हुमायूं ने गोली लगते ही पत्नी को किया वीडियो कॉल- शायद न बचूं, बेटे का ख्याल रखना
रूह कंपा देनी वाली ये चंद लाइनें ही DSP हुमायूं भट के आखिरी शब्द थे। जब वे अनंतनाग के गडूल कोकेरनाग में बुधवार सुबह आतंकियों की गोली से घायल हुए, ठीक उसी वक्त उन्होंने पत्नी फातिमा को वीडियो कॉल कर अपने हालात बयां किए। कहा- ‘मुझे गोली लगी है, नहीं लगता कि मैं बच पाऊंगा। हमारे बेटे का ख्याल रखना।’

हुमायूं शहीद हो चुके हैं। उन्हें पेट में गोली लगी थी। उनकी सास सैय्यद नुसरत ने भास्कर को बताया कि हुमांयू जहां घायल पड़े थे, वो लोकेशन ट्रेस करने में हेलिकॉप्टर को देर लग गई। उन्हें घटनास्थल से जैसे-तैसे लाकर सीधे श्रीनगर के सेना अस्पताल लाया गया, यहां फातिमा और 29 दिन के बेटे को देखने के बाद हुमायूं ने दम तोड़ दिया। 27 सितंबर को हुमायूं-फातिमा की शादी का एक साल पूरा होने वाला था। फातिमा तो सदमे में हैं। उनके पिता भी जम्मू-कश्मीर पुलिस में IG रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर पुलिस में DSP हुमांयू की शहादत की खबर सुनकर रोती पत्नी फातिमा।

जम्मू-कश्मीर पुलिस में DSP हुमांयू की शहादत की खबर सुनकर रोती पत्नी फातिमा।

कुलगाम में भी इन्हीं आतंकियों ने सेना को निशाना बनाया था
अफसरों का मानना है कि ये वही आतंकी हैं, जिनसे 4 अगस्त को कुलगाम के जंगल में मुठभेड़ में 3 जवान शहीद हो गए थे। कश्मीर में पिछले तीन साल में यह सबसे बड़ा हमला है। इससे पहले कश्मीर के हंदवाड़ा में 30 मार्च 2020 को 18 घंटे चले हमले में कर्नल, मेजर और सब-इंस्पेक्टर समेत पांच अफसर शहीद हुए थे।

कश्मीर में इस साल अब तक 40 आतंकी ढेर
कश्मीर में पिछले तीन साल में यह सबसे बड़ा हमला है, जिसमें इतने बड़े अफसरों की शहादत हुई है। इससे पहले कश्मीर के हंदवाड़ा में 30 मार्च 2020 को 18 घंटे चले हमले में कर्नल, मेजर और सब-इंस्पेक्टर समेत पांच अफसर शहीद हुए थे। इस साल जनवरी से अब तक जम्मू-कश्मीर में 40 आतंकी मारे गए हैं। इनमें 8 ही स्थानीय थे और बाकी सभी विदेशी थे।

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कर्नल मनप्रीत के पिता भी सेना में थे, आखिरी बार बहनोई से बात हुई थी

न्यू चंडीगढ़ के गांव भड़ोजिया के रहने वाले कर्नल मनप्रीत सिंह के पिता स्वर्गीय लखबीर सिंह भी आर्मी में सैनिक थे। शहीद कर्नल मनप्रीत सिंह को 2 साल पहले सेना ने सेना पुरस्कार से सम्मानित किया था। उनका पार्थिव शरीर गुरुवार शाम 4 बजे तक आने की उम्मीद है। अगर देर होती है, तो मनप्रीत का अंतिम संस्कार शुक्रवार को होगा।

कर्नल मनप्रीत सिंह शादीशुदा थे। उनके दो भाई और एक बहन है। कर्नल के परिवार में एक 7 साल का बेटा कबीर सिंह और ढाई साल की बेटी बानी है। मनप्रीत के बहनोई वीरेंद्र गिल ने कहा कि उनसे आखिरी बार सुबह 6:45 बजे बात हुई थी। तब उन्होंने कहा था कि वह बाद में बात करेंगे। पिछले साल, उन्हें सेना मेडल से मिला था।

Source: ln.run/uypuJ

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