HDFC बैंक ने लोन की ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर दी है। इससे पुराने पर्सनल लोन और फ्लोटिंग रेट वाले ऑटो लोन की EMI बढ़ गई हैं। HDFC बैंक की वेबसाइट के अनुसार, नई दरें 7 जुलाई 2023 से प्रभावी हैं।
बैंक ने सिलेक्टेड पीरियड के लोन पर मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स (MCLR) में 15 बेसिस पाइंट तक की बढ़ोतरी की है। MCLR तय करते समय कई फैक्ट्स को ध्यान में रखा जाता है, जिसमें डिपॉजिट रेट, रेपो रेट, ऑपरेटिंग कॉस्ट और कैश रिजर्व रेश्यो बनाए रखने की कॉस्ट शामिल होती है।
MCLR के बढ़ने से बढ़ेकी EMI
MCLR में बदलाव का असर लोन की ब्याज दर पर पड़ता है। इसके बढ़ने से लोन की EMI भी बढ़ती है। बैंक के इस फैसले के बाद सिर्फ पुराने पर्सनल लोन और फ्लोटिंग रेट पर लिए गए ऑटो लोन की EMI बढ़ जाएगी। MCLR में बढ़ोतरी के फैसले का असर होम लोन के ब्याज दरों पर नहीं पड़ेगा। बैंकों का होम लोन रेपो रेट से लिंक्ड होता है।
HDFC बैंक की नई MCLR
बैंक का ओवरनाइट MCLR 15 BPS बढ़ाकर 8.10% से 8.25% कर दिया गया है। HDFC बैंक का एक महीने का MCLR 10 BPS बढ़कर 8.20% से 8.30% हो गया है। 3 महीने की MCLR भी पिछले 8.50% से 10 आधार अंक बढ़कर 8.60% पर है।
6 महीने की MCLR पहले के 8.85% से सिर्फ 5 BPS बढ़कर 8.90% हुई है। हालांकि, एक साल से अधिक समय के लिए MCLR नहीं बदलेंगे। एक साल की MCLR 9.05% पर है।
एक जुलाई को मर्ज हुए HDFC और HDFC बैंक
हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्पोरेशन (HDFC) और HDFC बैंक 1 जुलाई को मर्ज हो चुके हैं। HDFC के शेयर की डीलिस्टिंग 13 जुलाई से इफेक्टिव हो जाएगी। यानी इस तारीख से हाउसिंग फाइनेंस कंपनी के शेयर स्टॉक एक्सचेंज से हट जाएंगे। संयुक्त कंपनी के शेयर 17 जुलाई से ट्रेड होंगे।
Source: ln.run/6JCQT