वित्त मंत्री निर्माला सीतारमण ने कहा है कि विश्वकर्मा स्कीम के लाभार्थियों को थ्री-लेयर वेरिफिकेशन से गुजरना होगा। इसमें पहला-ग्राम पंचायत, दूसरा-जिला कलेक्टर और तीसरा-स्टेट की ओर से अप्वाइंट की गई कमेटी होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ही ‘पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना’ लॉन्च की है।
इस क्रेडिट सपोर्ट स्कीम में एलिजिबल क्राफ्टमैन और आर्टेशियन को विश्वकर्मा सर्टिफिकेट, ID कार्ड, और बिना गारंटी के 3 लाख रुपए तक का लोन दिया जाएगा। इस योजना से 18 व्यवसायों से जुड़े लोगों को फायदा होगा। इसके लिए 13 हजार करोड़ का आउटले यानी फंड बनाया जाएगा।
निर्माला सीतारमण ने कहा, इस योजना में माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज (MSME) चुने गए कारीगरों को जरूरी स्किल ट्रेनिंग देगा। साथ ही, उनके द्वारा बनाए गए लोकल प्रोडक्ट्स को डोमेस्टिक और इंटरनेशनल मार्केट तक पहुंच दिलाने के लिए काम करेगा।
विश्वकर्मा योजना में 5% ब्याज पर मिलेगा एक लाख का लोन
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना पर वित्त वर्ष 2023-24 से 2027-28 तक 13,000 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इस स्कीम से देशभर के करीब 30 लाख पारंपरिक कारीगरों को फायदा मिलेगा। इस योजना के पहले फेज में कामगारों को 5% इनटरेस्ट रेट पर 1 लाख रुपए का लोन मिलेगा। जिसे, अगले फेज में यह राशि 2 लाख रुपए कर दी जाएगी। इस स्कीम के अंतर्गत कारीगरों और शिल्पकारों को ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
इन 18 व्यवसायों से जुड़े लोगों को फायदा होगा
1. कारपेंटर (बढ़ई)
2. नाव बनाने वाले
3. अस्त्र बनाने वाले
4. लोहार
5. ताला बनाने वाले (मरम्मतकार)
6. हथौड़ा और टूलकिट निर्माता
6. सुनार
7. कुम्हार
8. मूर्तिकार
9. मोची
10. राज मिस्त्री
11. टोकरी, चटाई, झाड़ू बनाने वाले
12. पारंपरिक गुड़िया और खिलौने बनाने वाले
13. नाई
14. मालाकार
16. धोबी
17. दर्जी
18. मछली का जाल बनाने वाले
मोदी पारंपरिक व्यवसायों से जुड़े कारीगरों से मिले
पीएम ने स्वतंत्रता दिवस पर किया था जिक्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से अपने भाषण में विश्वकर्मा योजना की घोषणा की थी। सरकार ने छोटे कामगारों, कौशल वाले लोगों की आर्थिक मदद के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना को मंजूरी दी है। इस योजना को तीन मंत्रालयों एमएसएमई, कौशल विकास और वित्त मंत्रालय मिलकर लागू करेंगे।
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