रिलायंस जियो (Reliance jio) भारत में हाई स्पीड 5G नेटवर्क शुरू करने के लिए नोकिया से हाथ मिलाने जा रहा है। दोनों कंपनियां जल्द ही एग्रीमेंट पर साइन कर सकती हैं। ये डील करीब 1.7 अरब डॉलर (14 हजार करोड़ रुपए) की होगी। इसमें इंडिया की सबसे बड़ी टेलीकॉम ऑपरेटर कंपनी नोकिया से 5G डिवाइस खरीदेगी।
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिलायंस जियो इन्फोकॉम और नोकिया (Nokia) के बीच कॉन्ट्रैक्ट अंतिम दौर में है। अगर ये डील पूरी होती है तो आने वाले कुछ सालों में देश में लोगों को 5G इंटरनेट की 10 गुना हाई स्पीड का फायदा मिलेगा।
नोकिया मुख्यालय पर होगी डील साइन
दोनों कंपनियों के बीच फिनलैंड में हेलसिंकी के पास नोकिया के मुख्यालय में डील साइन हो सकती है। यहां रिलायंस इंडस्ट्रीज की टेलीकॉम यूनिट और खरीद को फाइनेंस करने वाले बैंकों के अधिकारी मौजूद रहेंगे।
साल के अंत तक पूरे भारत में 5G नेटवर्क शुरू करने का टारगेट
रिलायंस का टारगेट इस साल के अंत तक भारत में हाई स्पीड 5G नेटवर्क को शुरू करने का है। इसके लिए कंपनी नोकिया के अलावा स्वीडन की कंपनी एरिक्सन (Ericsson) से 2.1 अरब डॉलर के 5G डिवाइस खरीद रही है।
ये बैंक रिलायंस को कर रहीं फाइनेंस
रिपोर्ट में कहा गया कि HSBC, JP मॉर्गन और सिटी ग्रुप जैसे वैश्विक बैंक उन कई बैंकों में शामिल हैं, जो नोकिया और एरिक्सन से 5G डिवाइस खरीदने के लिए Jio को सिंडिकेटेड ऑफशोर लोन के जरिए पैसा उधार देंगे। टोटल लोन करीब 4 अरब डॉलर का है।
जियो का भारत में 5G बिजनेस
वर्तमान में भारत में 700 मेगाहर्ट्ज बैंड के साथ 5G एयरवेव्स से सर्विस देने वाला एकमात्र टेलीकॉम ऑपरेटर कंपनी है। रिलायंस जियो ने स्टैंडअलोन मोड का विकल्प चुना है, यानी कंपनी 4G नेटवर्क पर निर्भर नहीं रहना चाहती। कंपनी पूरे देश में अपनी 5G नेटवर्क कनेक्टिविटी शुरू करने की योजना बना रही है।
25 अरब डॉलर करेगी निवेश जियो
5G नेटवर्क को डेवलप करने के लिए रिलायंस जियो करीब 25 अरब डॉलर निवेश कर रही है। इसमें से करीब 11 अरब डॉलर कंपनी पिछले साल 5G स्पेक्ट्रम खरीदने में खर्च कर चुकी है। बाकि बचे 14 अरब डॉलर अगले 4 वर्षों में नेटवर्क संपत्ति डेवलप करने में खर्च किए जाएंगे।
इंटरनेट का पांचवां जनरेशन 5G
इंटरनेट नेटवर्क के पांचवें जनरेशन को 5G कहते हैं। यह एक वायरलेस ब्रॉडबैंड इंटरनेट सर्विस है, जो तरंगों के जरिए हाई स्पीड इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराती है। इसमें मुख्य तौर पर तीन तरह के फ्रीक्वेंसी बैंड होते हैं।
- लो फ्रीक्वेंसी बैंड- एरिया कवरेज में सबसे बेहतर, इंटरनेट स्पीड 100 Mbps, इंटरनेट स्पीड कम
- मिड फ्रीक्वेंसी बैंड- इंटरनेट स्पीड लो बैंड से ज्यादा 1.5 Gbps, एरिया कवरेज लो फ्रीक्वेंसी बैंड से कम, सिग्नल के मामले में अच्छा
- हाई फ्रीक्वेंसी बैंड- इंटरनेट स्पीड सबसे ज्यादा 20 Gbps, एरिया कवर सबसे कम, सिग्नल के मामले में भी अच्छा
5G के शुरू होने से काम होगा आसान
5G इंटरनेट सेवा के शुरू होने से भारत में काफी कुछ बदलने वाला है। इससे न सिर्फ लोगों का काम आसान होगा, बल्कि एंटरटेनमेंट और कम्युनिकेशन सेक्टर में भी काफी कुछ बदल जाएगा। 5G के लिए काम कर रही कंपनी एरिक्सन का मानना है कि 5 साल में भारत में 50 करोड़ से ज्यादा 5G इंटरनेट यूजर की संख्या होने वाली है।
Source: ln.run/tHoVG